कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं.
एक दोस्त है कच्चा पक्का सा,
एक झूठ है आधा सच्चा सा .
जज़्बात को ढके एक पर्दा बस,
एक बहाना है अच्छा अच्छा सा.
जीवन का एक ऐसा साथी है,
जो दूर हो के पास नहीं.
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं.
हवा का एक सुहाना झोंका है,
कभी नाज़ुक तो कभी तुफानो सा.
शक्ल देख कर जो नज़रें झुका ले,
कभी अपना तो कभी बेगानों सा.
जिंदगी का एक ऐसा हमसफ़र,
जो समंदर है, पर दिल को प्यास नहीं.
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं.
एक साथी जो अनकही कुछ बातें कह जाता है,
यादों में जिसका एक धुंधला चेहरा रह जाता है.
यूँ तो उसके न होने का कुछ गम नहीं,
पर कभी - कभी आँखों से आंसू बन के बह जाता है.
यूँ रहता तो मेरे तसव्वुर में है,
पर इन आँखों को उसकी तलाश नहीं.
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं,
तुम कह देना कोई ख़ास नहीं..........
Thursday, November 13, 2008
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं
Labels:
अनकही कुछ बातें,
आंसू,
गम,
तलाश,
धुंधला चेहरा,
नज़रें,
साथी,
हमसफ़र
Saturday, November 8, 2008
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई
हे उषा देवीके चंचल कलीके,
युग्म के ललाट की पहली रेखा
दे रहा हूं बधाई सानन्द,
जन्मदिन की अभिलेखा
'प्रतीक्षा' केवल प्रतीक्षा का संगम,
परिवर्तित हुआ इतना
नववर्षकी रजनीमें,नव तुषारका
सघन मिलन होता जितना
जीवन तेरा स्वर्णमयी हो,
बिखरा हो वसंत मधुमयी
भाग्य सर्वदा मीत तुम्हारा,
लाये उमंग हर पल नयी
फ़ले फ़ुले जीवन की बगिया,
नित फ़ुलोंका साज लिये
सजे गीत जीवन में तेरे,
नित नया झंकार लिये
मै हूं आगन्तुक व्यक्ति,
करता अभिलाषा सविशेष
अर्पित शब्दोंकी पंखुरिया,
" मुन्नी" को मेरा मधुमय संदेश...
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई आप जियो हजारो साल, साल के दिन हो पचास हजार
If you ask me,4 how long i will b ur friend? My answer will b "I don't know".coz I really don't know which is longer,"Forever or Always".Nw hapy thur26708 (14.21)
इतना अकेला हो चुका हूँ ...कि बेजान सी चीजों से भी बातें कर लेता हूँ ....अबकी बार आओं तो मेरे दोस्त की खबर लाना..
Saturday, November 1, 2008
रहस्य
जीवन क्या है केवल एक अहसास
अपने अस्तित्व के
होने का भ्रम
आजीवन हम
इसको तलाश करने का
प्रयास करते रहते है
और अंततः
असफलता ही
हाथ लगाती है, हमारे
और जब हम
अस्तित्वविहीन
हो जाते हैं
तो फिर से
एस सोच की पुनराव्रत्ति
प्रारंभ होती हैं
हमारी आने वाली
पीढी के द्वारा...
निका*
Making a million friends is not a miracle, the miracle is to find a friend who will stand by U when a million are against U !!!
अपने अस्तित्व के
होने का भ्रम
आजीवन हम
इसको तलाश करने का
प्रयास करते रहते है
और अंततः
असफलता ही
हाथ लगाती है, हमारे
और जब हम
अस्तित्वविहीन
हो जाते हैं
तो फिर से
एस सोच की पुनराव्रत्ति
प्रारंभ होती हैं
हमारी आने वाली
पीढी के द्वारा...
निका*
Making a million friends is not a miracle, the miracle is to find a friend who will stand by U when a million are against U !!!
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